तेरी नगरी में आय गयो श्याम…Teri Nagri Main Aay Gayo Shyam…


तेरी नगरी में आय गयो श्याम, बाबा इब महर करो।
मेरा दुख गया दोन्यू पांव, बाबा इब महर करो।

तर्ज – बाजरे की रोटी

फागुन आबै जी ललचावै,
खादू जावां मन में आवै
तेरे दर्शन न छोड़ आयो काम, बाबा इब महर करो…
_________________


खाटू नगरी लागै प्यारी
दर्शन ने जावे नर-नारी,
तेर टांबरा नै दे थोड़ो आराम, बाबा इब महर करो…
_________________

नया-नया सिणगार सजावे
भक्तां की नैया पार लगावै
म्हैं बालक हां नादान, बाबा इब महर करो…
_________________


दर्श कर॒या बिन, रहयो नहीं जावै
राजा कहवे बाबो पर लगावे
बस मांगा यो ही वरदान, बाबा इब महर करो…

Leave a Comment

Your email address will not be published.