मेरे घर मे सांवरिया आते रहो,
जिन्दगी भर मै तुमको बुलाता रहूं
मेरे सिर पे हमेशा तेरा हाथ रहे ,
तेरे चरणो की धूली मै पाता रहूं।।
तर्ज – तुम अगर साथ देने का
तेरा मेरा ये रिश्ता ना छूटे कभी,
जन्मो जन्मो तक नाता ये टूटे कभी
अपने प्रेमी से कभी तुम रूठे नही,
प्रेम के वश मै सर्वश लुटाता रहूं
तुम्हे देखे बिना दिल ये भरता नही,
बिन तेरे मेरा मन लगता नही
मेरी श्वासों की धड़कन रूके ना कभी,
मै तुमको सदा ही रिझाता रहूं
तेरे लायक नही पर निभाया है तूं
मेरे आंसू को मोती बनाया है तूं
तेरी भक्ती मे जीवन बिताया हूं मै
बस ऐसे ही तुमको मनाता रहूं
मित्र मण्डल शरण मै है आया तेरी,
बस बरसती रहे यू हीं किरपा तेरी
तेरे नाम की माला हम जपते रहे,
तेरे चरणो मे मस्तक नवाता रहूं