काँवर बनाने वाले, कैसी ये काँवर बनाई
भोले बाबा से लगन लगाई…..
तर्ज – दुनिया बनाने वाले
बैठे है दारुक बन में अर्तयामी
तीनों लोकों के राजा, भूतों के स्वामी
मस्तक पे जिनके चन्दा विराजे -२
गले आभूषण काला नाग भी सांजे…
जिनकी जटओ में भई, गंगा मईया समाई…
बाबा से लगन…………..
ना जाने शिव से कैसा रिस्ता हमारा
दूजा ना कोई हमें लगता है प्यारा
A/c वालो ने A/c छोड़ डाली – २
गाड़ी वालो ने गाड़ियाँ छोड़ डाली
सुख त्यागा सब भक्तो ने-२, पाँवों में कंकरीचुभाई….
बाबा से लगन…………..
सावन महिने की भक्तों खुसियाँ निराली
लहराते बाग खिलते, अमवा की डाली
कांधे पे काँवरिया छम-छम छमके -२
जाना काँवरिया भेरों बम सेतू बचके
“मुरली” को संग लेलो-२, रस्ते में भजन सुनाई…
बाबा से लगन……………….
SINGER – MURLI SHARMA