हे गिरधारी कृष्ण मुरारी…He Girdhari Krishna Murari…
॥अस्थाई ॥ हे गिरधारी कृष्ण मुरारी, नैय्या करदयो पार-खिवैया बण ज्यावोसंकट हारी अर्ज गुजारी, लीले का असवार-खिवैया बण ज्यावो ( तर्ज: गाडी वाले मन बिठाले…. ) कैय्या रूस्या बैठ्या हो, बोलोजी श्याम बोलोजी।रीस करो क्यूं टाबर पै, आंख्या तो प्रभु खोलोजी॥झुर-झुर रोवे मन को पंछी, हिवडै रा आधार॥१खिवैया….. था रूस्यां नां पार पड, थां सूं …
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